
बिहार चुनाव का परिणाम जो भी हो पर संजय यादव की चर्चा हर तरफ होने लगी है.
Bihar Assembly Election Results: तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) एक दिन में 18-19 सभाएं करते थे. इन सभाओं में क्या बोलना है और कितने देर तक बोलना है. इस पर संजय यादव (Sanjay Yadav) की नजर रहती थी. कंटेंट से लेकर अगले दिन की सभाओं के लिए प्रशासनिक इंतजाम और हेलीकॉप्टर के हैली पैड सहित सभी बातों का विशेष ख्याल रखा खुद संजय रखते थे.
- News18Hindi
- Last Updated:
November 9, 2020, 10:49 PM IST
इसलिए हो रही हर तरफ संजय यादव की चर्चा
37 साल के संजय यादव हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के नांगल सिरोही गांव के रहने वाले हैं. मीडिया में खबर आ रही है कि संजय यादव पिछले एक दशक से तेजस्वी यादव से जुड़े हुए हैं. तेजस्वी और संजय की मुलाकात साल 2010 में दिल्ली में हुई थी. तेजस्वी यादव 10 साल पहले आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स की तरफ से अपना किस्मत आजमा रहे थे. बाद में तेजस्वी की एक बहन की शादी हरियाणा में भी हुई.

37 साल के संजय यादव हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के नांगल सिरोही गांव के रहने वाले हैं.
कोरोना काल के बाद बनाई रणनीति
ऐसा कहा जा रहा जब कोरोना काल में जेडीयू और बीजेपी के नेता तेजस्वी यादव को बिहार में ढूंढ रहे थे तब तेजस्वी और संजय दिल्ली में रह कर बिहार चुनाव की तैयारियों को लेकर रणनीति बना रहे थे. एक तरफ बीजेपी के बड़े-बड़े चुनाव मैनेजर रणनीति बना रहे थे तो उस समय संजय यादव बिहार चुनाव में उठने वाले मुद्दे और स्लोगन पर विचार-विमर्श कर रहे थे. ऐसा कहा जा रहा है कि तेजस्वी अपने नजदीकी नेताओं से भीड़ और रैली में ‘हम तो ठैठ बिहारी हैं’ जैसे शब्दों के साथ बिहार चुनाव में जीतने की पटकथा लिख रहे थे.
ऐसे जवाब दिया जेडीयू और बीजेपी के कैंपेन को
पटना के बड़े-बड़े होटलों में जहां बीजेपी और जेडीयू के रणनीतिकार और आईटी मैनेजर बैठकर मीडिया और सोशल मीडिया में जंगलराज और लालू राज जैसे स्लोगन को ट्रेंड करा रहे थे, तब इन लोगों को संजय यादव की भावी रणनीति की भनक भी नहीं थी. तेजस्वी यादव को छोड़ कर लालू यादव, राबड़ी देवी सहित परिवार के किसी भी सदस्य भी सदस्यों को पोस्टर से गायब करना, पीएम मोदी को टारगेट नहीं करना, इस तरह की रणनीति संजय यादव और उनकी टीम ने बनाई थी.

कंटेंट से लेकर अगले दिन की सभाओं के लिए प्रशासनिक इंतजाम संजय करते थे.
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प्रशांत किशोर की तरह संजय की भी होगी चर्चा?
बिहार चुनाव का परिणाम जो भी हो पर संजय यादव की चर्चा हर तरफ होने लगी है. अधिकांश एक्जिट पोल में तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनना तय बताया गया है. ऐसे में अगले कुछ दिनों तक संजय यादव की उसी तरह चर्चा होगी जिस तरह प्रशांत किशोर की साल 2014 में हो रही थी. उस समय भी कहा जा रहा था कि बीजेपी की रणनीति बनाने में प्रशांत किशोर की अहम भूमिका थी.